'बातचीत' Chapter 1 Hindi Objective और Subjective Question Answer.

Objective QnA :
(A) जयप्रकाश नारायण
(B) मोहन सकेश
(C) नामवर सिंह
(D) बालकृष्ण भट्ट
उत्तर- (D) बालकृष्ण भट्ट
2. बालकृष्ण भट्ट का जन्म हुआ था ?
(A) 23 जून 1844
(B) 23 जून 1884
(C) 20 जुलाई 1902
(D) 18 सितंबर 1834
उत्तर- (A) 23 जून 1844
3. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की है ?
(A) रेल का विकट खेल
(B) कछुआ धरम
(C) रेणुका
(D) प्राच्यविद्या
उत्तर- (A) रेल का विकट खेल
4. ‘बातचीत’ साहित्य की कौन-सी विधा है ?
(A) उपन्यास
(B) कहानी
(C) निबंध
(D) नाटक
उत्तर- (C) निबंध
5. बालकृष्ण भट्ट किस काल के रचनाकार हैं?
(A) आदिकाल
(B) भक्तिकाल
(C) रीतिकाल
(D) आधुनिक काल
उत्तर- (D) आधुनिक काल
6. ‘बोलने से मनुष्य के रूप का साक्षात्कार होता है’ किसने कहा ?
(A) बेन जॉनसन
(B) मार्क जॉनसन
(C) नील जॉनसन
(D) लिन जॉनसन
उत्तर- (A) बेन जॉनसन
7. बालकृष्ण भट्ट ने किस पत्रिका का संपादन किया था ?
(A) हुँकार
(B) हिन्दी प्रदीप
(C) आर्यावत
(D) पंजाब केसरी
उत्तर- (B) हिन्दी प्रदीप
8. मनुष्य की बातचीत का उत्तम तरीका क्या है ?
(A) विद्वतापूर्ण बात करना
(B) तर्कपूर्ण बात करना
(C) भीड़ से बात करना
(D) अवाक होकर अपने से बातचीत करना
उत्तर- (D) अवाक होकर अपने से बातचीत करना
9. ‘संवाद’ में सबसे महत्वपूर्ण क्या है ?
(A) तर्क
(B) जिज्ञासा
(C) आत्मीयता
(D) प्रवाहपूर्ण भाषा
उत्तर- (C) आत्मीयता
10. ‘संयोगिता स्वयंवर’ रचना है ?
(A) बालकृष्ण भट्ट की
(B) प्रताप नारायण मिश्र की
(C) श्रीनिवास दास की
(D) मैथिलीशरण गुप्त की
उत्तर- (C) श्रीनिवास दास की
11. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की नहीं है ?
(A) नूतन ब्रह्मचारी
(B) सौ अजान एक सुजान
(C) सद्भाव का अभाव
(D) परीक्षा गुरु
उत्तर- (D) परीक्षा गुरु
12. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की है ?
(A) रेल का विकट खेल
(B) कछुआ धरम
(C) रेणुका
(D) प्राच्यविद्या
उत्तर- (A) रेल का विकट खेल
13. बालकृष्ण भट्ट किस युग के रचनाकार हैं ?
(A) भारतेन्दु युग
(B) प्रेमचन्द युग का
(C) द्विवेदी युग
(D) इनमें से कोई
उत्तर- (A) भारतेन्दु युग
14. - (A) फ्राइडे के रॉबिंसन क्रूसो ने 16 वर्ष के उपरांत किसके मुख से एक बात सूनी ?
(A) फ्राइडे के
(B) सन्डे के
(C) एडीसन के
(D) स्टील के
उत्तर- (A) फ्राइडे के
15. बातचीत के माध्यम से बालकृष्ण भट्ट क्या बतलाना चाहते हैं ?
(A) बातचीत की शैली
(B) भाषण की शैली
(C) संवाद की शैली
(D) इनमें कोई नहीं
उत्तर- (A) बातचीत की शैली
Subjective QnA :
1. अगर हम में वाक्शक्ति न होती तो क्या होता ?
उत्तर - अगर हममे वाक्शक्ति न होती तो यह समस्त संसार में गूंगी प्रतीत होती । सभी लोग चुपचाप बैठे रहते , हम जो भी सुख और दुःख बोल कर अनुभव करते है , वाक्शक्ति न होने के कारण हम वो नही कर पाते ।
2. बातचीत के सम्बन्ध में वेन जॉनसन और एडिशन के क्या विचार है ?
उत्तर - बातचीत के सम्बन्ध में वेन जॉनसन का विचार है की बोलने से ही मनुष्य के सही रूप का पता चल पता है । अगर मनुष्य चुप – चाप रहे तो उसके गुण तथा अवगुण का पता नही चलता ।
एडिसन का विचार है की असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है , जिसका तात्पर्य यह हुआ कि वो एक दुसरे से दिल बोल के बात कर सकते है , अगर वहां कोई तीसरा व्यक्ति आता है तो फिर वो बाते खुल कर नहीं हो पाती है ।
3. ‘ आर्ट ऑफ़ कन्वर्सेशन ‘ क्या है ?
उत्तर - यह बात करने की एक ऐसी कला होती है जिसमे बातचीत के दौरान चतुराई के साथ प्रसंग छोड़े जाते है जिन्हें सुनकर अत्यंत सुख मिलता है ।
4. मनुष्य की बातचीत का उत्तम तरीका क्या हो सकता है ? इसके द्वारा वह कैसे अपने लिए सर्वथा नविन संसार की रचना कर सकता है ?
उत्तर - मनुष्य में बातचीत का सबसे उत्तम तरीका उसका आत्म वार्तालाप है । मनुष्य अपने अन्दर ऐसी शक्ति विकसित करे जिसके कारण वह अपने आप से बात कर लिया करे । आत्म वार्तालाप इसलिए जरुरी है ताकि क्रोध पर नियंत्रण पाया जा सके जिससे दुसरो को कष्ट न पहुचे । क्योकि हमारी भीतर की मनोवृति नए रंग दिखाया करती है । वह हमेसा बदलती रहती है । ऐसा करने से किसी से न तो कटुता रहेगी और ना ही किसी से बैर । इससे दुनिया खुबसूरत हो जाएगी । यही बातचीत का उत्तम तरीका है ।
5. व्याख्या करे :
( A ) हमारी भीतरी मनोवृति नये नये रंग दिखाती है । वह प्रपंचात्मक संसार का एक बड़ा भारी आइना है , जिसमे जैसी चाहो वैसी सूरत देख लेना कोई दुर्घट बात नहीं है ।
उत्तर - प्रस्तुत पंक्ति बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित पाठ बातचीत ‘ से ली गई है । मनुष्य की भीतरी मनोवृति प्रत्येक क्षण नए – नए रंग दिखाती है अर्थात उसमे नए नए विचार आते रहते है । वह इन प्रपंचो से पूर्ण संसार एक बड़ा आईना है जिसमे ऐसी घटना को भी देखा जा सकता है जिसके घटित होने की आशा न हो । अर्थात हमारी भीतरी मनोवृति हमे संसार के समस्त अच्छे – बुरे कार्यों से अवगत कराती है । तक उसका गुण दोष प्रकट नही
( B ) सच है जब तक मनुष्य बोलता नहीं होता ।
उत्तर - प्रस्तुत पंक्तिया विद्वान लेखक बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित पाठ बातचीत से लिया गया है । निबंध के माध्यम से यह बताना चाहते है कि बातचीत ही एक ऐसा विशेष तरीका होता है जिसके कारण मनुष्य आपस में प्रेम से बाते कर उसका आनंद उठाते है परन्तु मनुष्य जब वाचाल हो जाता है अथवा बातचीत के दौरान अपने आप पर काबू नही रख पाता है तो वह दोष है परन्तु जब वही सलीके से बातचीत करता है तो वह गुण है ।मनुष्य के चुप रहने के कारण उसके चरित्र का कुछ पता नहीं चलता परन्तु वह जैसे ही कुछ बोलता है तो उसकी वाणी के माध्यम से उसके गुण और दोष प्रकट होने लगता है।
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